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Archive for September, 2011


नव दिन, नव पल,
नव रंग, नया सवेरा आया हैं,

डगर डगर यु चलने वाले,

सपनो का संसार बसा ले,

नव जीवन का संकल्प लेकर,

नया सवेरा आया है|

 

सोने जैसी जगमग किरणे,

रोशन करती जीवन पथ को,

सतरंगी रंगों के आँचल,

तू अपनी बाहों में भर ले,

घना अँधेरा, रात भयानक,

तू पीछे छोड़ आया है,

जीवन में सत रंगी भरने,

नया सवेरा आया हैं|

 

पंछी का तू कलरव सुन ले,

या पानी की कल-कल सुन ले,

मुक्त मधुर हवा के संग फिर,

पंख लगा कर तू अब उड़ ले,

सपनो को अब सच करने का,

नया सवेरा आया हैं|

 

सही रास्ता, सही है मंजिल,

पत्थर राहो में आज नहीं हैं,

मन में मस्ती, गीत लबो पे,

होठों पर मुस्कान वही हैं,

हर पल को फिर रोशन करने,

नया सवेरा आया हैं|

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